भारतीय मानक ब्यूरो के मापदण्डों का पालन करते हुए गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए निर्माण एजेंसी करें टेंडर आर्डर – कलेक्टर
राजनांदगांव (क्रांतिकारी संकेत जनसंपर्क)09 जनवरी 2024। कलेक्टर संजय अग्रवाल की उपस्थिति में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में भारतीय मानक ब्यूरो के वैज्ञानिक डी एवं रायपुर शाखा कार्यालय के प्रमुख सुमीत कुमार तथा वैज्ञानिक डा प्रभुनाथ यादव ने प्रजेंटेशन के माध्यम से भारतीय मानक ब्यूरो के संबंध में जानकारी दी। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि निर्माण एजेंसी एवं अन्य विभागों द्वारा टेंडर करते समय भारतीय मानक ब्यूरो के मापदण्डों का पालन करते हुए टेंडर ऑर्डर करने पर निर्माण कार्यों तथा अन्य उत्पादों में गुणवत्ता सुनिश्चित हो सकेगी। सामग्री की गुणवत्ता ठीक नहीं होने पर अधिकारियों को दिक्कत होती है। आईएसआई मार्क होने से गुणवत्ता सुनिश्चित करने में कोई परेशानी नहीं होगी। विभाग के लिए संवेदीकरण के तहत यह प्रशिक्षण आयोजित है। इसके अंतर्गत गुणवता सुनिश्चित करते समय विभागों की तथा साथ ही अधिकारियों की व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदारी समाप्त हो जाएगी। इसलिए टेंडर ऑर्डर करते समय भारतीय मानक ब्यूरो के मापदण्डों के अनुसार निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि इससे न केवल हमारे देश के सरल घरेलू उत्पाद क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि गुणवत्ता भी बढ़ेगी। प्रबंधन व्यवस्था प्रक्रिया को इसमें स्पष्ट किया गया है। भारत सरकार द्वारा वस्तुओं एवं उत्पाद में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आईएसआई मार्क होता है।
- भारतीय मानक ब्यूरो के वैज्ञानिक डी एवं रायपुर शाखा कार्यालय के प्रमुख सुमीत कुमार ने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा जिला प्रशासन के साथ मिलकर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें विद्यालय, शैक्षणिक संस्थाओं एवं अन्य स्थानों में जागरूकता के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आईएसआई मार्क के माध्यम से गुणवत्ता सुनिश्चित की जाती है। भारतीय मानक ब्यूरो उत्पादों, सामग्री, सेवाओं के संबंध में मापदण्ड निर्धारित करते हैं। अब तक 22 हजार मापदण्ड हैं, जो विश्व में सर्वाधिक है। 1100 प्रमाणित उत्पाद हैं। वहीं मानव स्वास्थ्य एवं सुरक्षा से संबंधित 550 अनिवार्य उत्पाद हैं। अब तक 43 हजार लाइसेंस प्रदान किए गए हैं, जो कि विश्व में सर्वाधिक हैं। आईएसआई एवं हालमार्क प्रदान किए जाते है। विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न सेवाओं, पर्यटन एवं अन्य सेवाओं के लिए भी मानक स्थापित किए गए है। रसोई में उपयोग होने वाली वस्तुएं, घरेलू सामग्री, उपकरण, खिलौने, कृषि उत्पाद सहित विभिन्न गतिविधियों से संबंधित मानक स्थापित किए गए हंै। उन्होंने बताया कि सोने, चांदी के आभूषणों के गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए हालमार्क होता है। वहीं उत्पाद एवं सेवाओं के लिए आईएसए या आईएओ 9001 होता है। पर्यावरण प्रबंधन व्यवस्था के लिए आईएसए या आईएओ 14001, खाद्य सुरक्षा, प्रबंधन व्यवस्था के लिए आईएसए या आईएओ 22000, ऊर्जा प्रबंधन व्यवस्था के लिए आईएसए या आईएओ 50001, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा प्रबंधन व्यवस्था के लिए आईएसए या आईएओ 05001, रोड टैफिक सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम के लिए आईएसए या आईएओ 39001 के अंतर्गत बीआईएस प्रमाणित किया जाता है। जनहित में शासन द्वारा गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार, वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव श्रीमती सलमा फारूकी, अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा नवीन प्रताप सिंह तोमर, नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता, एसडीएम अरूण वर्मा, संयुक्त कलेक्टर खेमलाल वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।