उदघाटन गोवा के राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई करेंगे
रायपुर (क्रांतिकारी संकेत)देश में सेवानिवृत अधिकारियों एवं कर्मचारियों का अखिल भारतीय प्रतिनिधि संगठन ” भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ” का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन ”कासरगोड, केरल में 28,29,30 जनवरी को” आयोजित है।इसमें देश भर से 22 राज्यों से प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस सम्मेलन में छत्तीसगढ़ प्रदेश से 45 प्रतिनिधि भाग लेंने ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से 26 जनवरी को प्रात: रवाना होंगे। उक्त जानकारी जारी विज्ञप्ति में भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के प्रांताध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने दी है।
जारी विज्ञप्ति में उन्होंने आगे बताया है कि इस राष्ट्रीय सम्मेलन का 28 जनवरी को प्रात: 10: 30 बजे उदघाटन कर गोवा के राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई अपना उदबोधन देंगे।
जारी विज्ञप्ति में आगे बताया गया है कि छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधि मण्डल में अलग अलग जिलों से जाने वाले प्रतिनिधियों का नेतृत्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री मति द्रोपदी यादव, राष्ट्रीय मंत्री पूरन सिंह पटेल, कार्यकारी प्रांताध्यक्ष जे पी मिश्रा, बस्तर सम्भागीय अध्यक्ष रामनारायण ताटी, बिलासपुर से संभागीय अध्यक्ष दिनेश उपाध्याय,कांकेर से ओ पी भट्ट, रायपुर से पं. रामगोपाल बोहरे, जांजगीर से अवधराम धृत्तलहरे, बालोद से डी आर गजेन्द्र आदि करेंगे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष सी एच सुरेश के अध्यक्षता और मार्गदर्शन आयोजित इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर पेंशनर प्रतिनिधि एकत्रित होकर पेंशनरों की दशा और दिशा पर चिन्तन करेंगे और केन्द्र और राज्य सरकारों को प्रस्तुत करने प्रस्ताव पारित करेंगे।
जारी विज्ञप्ति में भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने आगे बताया है कि सम्मेलन में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बीच महंगाई राहत व अन्य आर्थिक स्वत्वों के भुगतान में बाधक मध्यप्रदेश राज्य पुर्नगठन अधिनियम 2000 के धारा 49(6) को विलोपित करने पर विशेष चर्चा होगी। इसके अलावा आयकर से पूरी छूट,रेल व बस यात्रा किराया में कन्सेशन, 80 के स्थान पर 65 वर्ष की आयु में पेंशन राशि में अतिरिक्त वृद्धि, केशलेश चिकित्सा, पेंशनर की मृत्यु पर परिजनों को एग्रेशिया राशि, केन्द्र के समान सभी राज्यों में मेडिकल भत्ता सहित अन्य पेंशनर हितैषी मामलों पर चर्चा कर निर्णय लेकर प्रस्ताव पारित करेंगे। इस राष्ट्रीय में बैठक पेंशनर हितैषी मांगों को लेकर देश व्यापी आंदोलन करने पर भी निर्णय लेंगे।