राजनांदगांव।(क्रांतिकारी संकेत) गर्मी का मौसम आते ही पानी पाऊच, पानी बॉटल सहित अनेक पेय पदार्थ बाजारों मे दिखने लगते हैं। उच्च कार्यालय एवं जिला प्रशासन से प्राप्त निर्देश पर जिले में निर्माण व भंडारित किए जा रहे पानी पाऊच पानी बॉटल इत्यादि की गुणवत्ता जांच की जा रही है, जिससे आमजन को स्वच्छ व सुरक्षित पेय पदार्थ उपलब्ध हो सके। इसी कड़ी में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा दबिश देकर जिले में विक्रय हो रहे पैक्ड ड्रिंकिंग वाटर के गुणवत्ता जांच हेतु नमुने लिए जा रहे हैं। साथ ही संचालकों से पानी व्यवसाय हेतु आवश्यक दस्तावेज की जांच भी की जा रही हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी डोमेन्द्र ध्रुव के अनुसार अब तक जिले में निर्मित हो रहे पैक्ड पानी बॉटल एवं पाऊच जैसे बिंजों, Packed drinking water, Reva Aqua, Blue व SSD Flavoured वाटर के नमुने जांच हेतु जप्त किये गये हैं। ज्ञात हो कि अधिकांश पानी पाऊच या पानी बॉटल में Flavoured water, Added minerals आदि संबंधी दावे किए जाते हैं, किंतु इनकी सहीं मात्रा का अभाव पाया जाता है। अतः इनकी गुणवत्ता जांच आवश्यक है। भ्रामक या मिथ्या जानकारी के साथ खाद्य उत्पादों का निर्माण, खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन है। अतः मिथ्याछाप खाद्य सामग्रियों के व्यापार पर 3 लाख तक शास्ति निर्धारित है। होटल ढाबा, रेस्टोरेंट संचालकों को भी उपयोग किए जा रहे पानी की जांच कराना आवश्यक है। आगे भी अभियान चला कर पेय पदार्थ जूस आदि की जांच की जायेगी।